गुरुवार, 15 सितंबर 2016

छात्र की हक़मारी कब तक ?

Parhar (sitamarhi) parihar block me 2012-13,2013-14 me pari-matric scholarship me sarkar ke duyara vibhin school me total Rs.@ 2022000/ BEO Parihar ke madyam se selected student ke liye uplabdh karwaya gaya tha jis ki jankari BEO aur HM Ke duyara student ko nahi di gaye aur BEO Parihat Aur HM ne milibhagat kar farji distribution kar ghaban kar liya gaya hai mai sarkar aur education department se mang karta huin ki pre-matric scholarship distribution ki phygicaly chanch kar ghaban me sammilito par karwai kiya jaye taki student ka haq khane walo par ankus lage

नया गैस कनेक्शन दिलाने का अनुरोध

Dear sir,
Chhetra bharman ke dauran  1.Amanullah Ansari s/o Md Rahman vill+po.parihar sitamarhi  mb.9939917362 2.Md shamsher alam  s/o Abdul Hamid vill+po.parihar sitamarhi  mb.7783850292 3.Masleuddin ansari s/o Reyaz vill+po.parihar sitamarhi Mb.09136666247 ne batlaya ki ye loge lpg new connection ke liye shahil indane sursand sitamarhi ko 05 mahina purb aawedan diye mager aaj tak inlogo ko naya connection nahi diya gaya hai  Mai aap se kindly aagrah karta huin ki apne aster se karwai karte huye ukt logo ko connection dilwani ki mahti bhomika ada karein Thanks and Regards Md Aftab Alam Vice president Bhartiye minoritiese suraksha mahasangh sitamarhi  (Bihar)  Pin.843324

अल्पसंख्यक छात्र छात्र वृत्ति राशि से वंचित

Parihar sitamarhi financial year 2014-15 ke pre-matric scholarship ka list ke sath rashi parihar BEO ko distrit se dastiyab kara diya gaya hai jis ka payment BEO ko selectet student ke account mekarna hai magar abhi tak BEO Parihar ne list ka publication tak nahi kiya gaya hai aur n hi selected student ko hi jankari di gayi hai . maloom ho hi is se pahle 2012-13, 2013-14 ka RS.@2022000/ BEO aur HM Ke zariye ghaban kiya ja chuka hai jis ki jankari higer athurity ko de kar karwai ki mang ki gai hai lekin abhi tak karwai nahi kiya gaya hai ghaban me DWO Sitamarhi Mr.sajid ki bhi milighat se inkar nahi kiya ja sakta hai shikayat karne par in ke zariye jawab diya jata hai ki koi kareai nahi hogi

विद्यालय भवन निर्माण में अनियमितता का आरोप

To, 

The Director BEPC SSA PATNA Sir, Block parihar sitamarhi me TS(MR.MITHILESH MISHRA) aur JE(MR.SHAYAM NARAYAN BHAGAT) ki mili bhagt se gunwattavihin vidyalay bhavan ka nirman ho raha hai ek bhi vidyalay bhavan nirman me paraklan ka anupalan nahi kiya jata hai maloom ho ki JE Mr.bhagat ke duyara bholwas bhi block me ban rahe vidyalay bhawan ka nirakshan aur parvwkshan nahi kiya jata hai distt.headquater me hi baith kar suwidhashulk parapt kar MB kar diya jata hai jis abhikarta ke duyara subhidhashulk nahi pahuchaya jata hai us ka MB nahi kiya jata hai TS aur JE ko sirf subhidhashulk se matlab hai chahe bhawan jaisa bhi banaya jaye jin ke duyara bhawan nirman sahi dhang se kiya jata hai aur shulk nahi diya jata hai to MB nahi kiya jata agar kiya bhi jata hai to katauti kar diya jata hai atah munasib karwai karne ka kasht karein Vishwasbhajan Md Qamre Alam Distt.president Bhartiye minoritiese suraksha mahasang sitamarhi Mb.9199320345

विद्यालय भवन निर्माण में अनियमितता का आरोप

To, 

The Director BEPC SSA PATNA Sir, Block parihar sitamarhi me TS(MR.MITHILESH MISHRA) aur JE(MR.SHAYAM NARAYAN BHAGAT) ki mili bhagt se gunwattavihin vidyalay bhavan ka nirman ho raha hai ek bhi vidyalay bhavan nirman me paraklan ka anupalan nahi kiya jata hai maloom ho ki JE Mr.bhagat ke duyara bholwas bhi block me ban rahe vidyalay bhawan ka nirakshan aur parvwkshan nahi kiya jata hai distt.headquater me hi baith kar suwidhashulk parapt kar MB kar diya jata hai jis abhikarta ke duyara subhidhashulk nahi pahuchaya jata hai us ka MB nahi kiya jata hai TS aur JE ko sirf subhidhashulk se matlab hai chahe bhawan jaisa bhi banaya jaye jin ke duyara bhawan nirman sahi dhang se kiya jata hai aur shulk nahi diya jata hai to MB nahi kiya jata agar kiya bhi jata hai to katauti kar diya jata hai atah munasib karwai karne ka kasht karein Vishwasbhajan Md Qamre Alam Distt.president Bhartiye minoritiese suraksha mahasang sitamarhi Mb.9199320345

बैंक ऑफ इंडिया भिठ्ठामोड़ सीतामढ़ी के कर्मी ने चेक की राशि हड़प ली

परिहार सितामढ़ी(बिहार ) एक मुस्लिम युवक मो मुजफफर अंसारी पिता मो मंजूर अंसारी ( मंजूर अंसारी बी आर सी परिहार में चपरासी हैं )को उसके मालिक ने मजदूरी का 40हजार रूपय का Bearer cheque दिया था जिसको लेकर वह 26-10-15 Bank of India Bhitthamodh गया और भुगतान के लिए के चेक बैंक कर्मी धीरेन्द्र झा को दिया उसने कहा कि अभी बैंक मे पैसा नहीं है डेढ़ घंटा बाद आएं जब तक सीतामढ़ी से पैसा आ जाएगा और चेक अपने पास रखा लिया ।(मो मुजफफर अंसारी ने चेक पर अपना हस्ताक्षर नहीं किया था)
            डेढ़ घंटा बाद जब चेक के भुगतान के लिए गया तो कहने लगा चेक का भुगतान तो दूसरा आदमी ले गया है।बैंक कर्मी धीरेन्द्र झा ने bearar cheque पर किसी से हिंदी में हस्ताक्षर कराकर चेक की राशि का भुगतान लेकर राशि हड़प ली (मुजफफर उरदू में हस्ताक्षर करता है) मुजफफर को बैंक से बाहर कर दिया ।मो मुजफफर ने इस आशय का आवेदन शाखा प्रबंधक और थाने को दिया है मगर अभी तक कोई कार्रवाई नही हुई है और न ही राशि का भुगतना मुजफफर को किया गया है।
          सवाल ये पैदा होता है कि जब बैंक मे पैसा नही था तो चेक बैंक कर्मी ने अपने पास रखा क्यों ?

सम्पादक के नाम पत्र ,आपूर्ति विभाग का अजब गजब कारनामा

Mai Md Nadim Alam vill.pariharpur(ekdandi) panchayet.parihar north block.parihar distt.sitamarhi 843324 Bihar mobile.9199320345 mera rashan card jo meri mata saish khatoon d/o farzan ali ke nam se nirgat hai .rashan card no.10040050053036000025,samajik aarthik& jati aadhrit janganna house no.0025 Distt.sitamarhi/04 hai mere rashan card me total 16 aadmio ka nam darz hai aur is ke aadhar par rashan parapt ho raha tha magar abhi jo cupon ki suchi jari ki gai hai us me 16 aadmi ki jagah total 08 aadmi hi print kiya gaya hai jis karan 08 aadmi ka hi rashan cupon mila hai niwedan hai ki is ghalti ko sudhar kar cupan nirgat karwane ki kirpa karei Faithfully Md Nadim Alam S/o sirajuddin Vill.pariharpur(ekdandi) Parihar north ward no.05 Parihar sitamarhi bihar 843324 Mobil.09199320345 Rashan card no.10040050053036000025 SEC house no.0025

नीतीश कुमार का एक और विकास तोहफ़ा

बच्चों के परीक्षा के परिणाम के आधार पर शिक्षकों के विशेष प्रशिक्षण मैनुअल बनाने और फिर इसके अनुसार शिक्षकों को प्रशिक्षण देने की जिम्मेदारी जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों (डाएट) को दी गई है. राज्य सरकार ने कक्षा एक से आठ तक के शिक्षा में बेहतरी लाने के लिए यह निर्णय लिया है.

अब नियमित रूप से कक्षा एक से आठवीं तक मासिक, अर्धवार्षिक व वार्षिक परीक्षा होगी. इसके लिए कार्यक्रम भी तैयार कर लिया गया है. जिलों को भेजे गए संदेश में यह स्पस्ट कहा गया है कि, प्रारंभिक शिक्षा में बेहतरी की जिम्मेदारी डाएट की है. वे परीक्षा परिणाम का विश्लेषण करेंगे और देखेंगे की बच्चो में ज्ञान का क्या स्तर है.

डाएट शिक्षकों को ऐसे प्रशिक्षित करेंगे कि वो आसानी से बच्चों की कमियां को दूर कर सकेंगे. डाएट को हीं शिक्षकों के सहायता के लिए स्वध्य्याय सामग्रियों का विकास करना होगा. राज्य के प्रारंभिक विध्यालयों में करीब चार लाख शिक्षक हैं।

अल्पसंख्यक कार्यक्रम और उस की ह़क़ीक़त

तत्कालीन जिला कार्यक्रम पदाधिकारी साक्षरता की गलती की सजा पूर्व तालिमी मरकज़ शिक्षा स्वयं सेवक भुगतने को मजबूर

परिहार  (सीतामढ़ी) अनौपचारिक एवं नवाचारी शिक्षा कार्यक्रम, बिहार शिक्षा परियोजना सीतामढ़ी के अन्तर्गत तालिमी मरकज़ केन्द्र प्राथमिक विद्यालय एकडणडी उर्दू कन्या परिहार जिला सीतामढी केन्द्र सख्या 21/परिहार में फरवरी 2010 से शिक्षा स्वयंसेवक के रूप में कार्यरत था 10 दिसम्बर 2012 से सरकार के आदेशानुसार तालिमी मरकज़ का संचालन जन शिक्षा निदेशालय बिहार पटना के अधीन कर मुख्यमंत्री अक्षर आॅचल योजना से जोड़ दिया गया ।
                सीतामढी जिला मे जिला कार्यक्रम पदाधिकारी साक्षरता ने फरवरी 2010 से कार्यरत शिक्षा स्वयंसेवक को जुलाई 2013 मे दो दिवसीय प्रशिक्षण दे कर मुख्यमंत्री अक्षर आंचल योजना से जोड़ दिए मगर मेरे केन्द्र को बिना किसी कारणों के अवैध राशि नही देने की वजह से छोड़ दिया ।मै कई आवेदन सम्बंधित पदाधिकारियों से लेकर मुख्मंञी बिहार पटना को दे चुका हूँ मगर आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई ।मेरे केन्द्र को मुख्यमंत्री अक्षर आॅचल योजना से नही जोड़े जाने की वजह से मेरे समक्ष भूखमरी की स्थिति उत्पन्न हो चुकी है।

अगले महीने नियोजित शिक्षकों की सेवा शर्त होगी लागू।

परिहार  (सीतामढी )।खगड़िया, औरंगाबाद, छपरा, नवादा, बेगूसराय, भागलपुर के डीपीओ शिक्षकों को नहीं दे रहे वेतन वृद्धि का लाभ, उनपर होगी ।           राज्य सरकार करीब साढ़े तीन लाख नियोजित शिक्षकों की सेवा शर्त पर अगले महीने फैसला ले लगी. शिक्षा विभाग ने इसकी तैयारी पूरी कर ली है. एक सितंबर को  इस संबंध में शिक्षक संघ से बातचीत के बाद इसे अमली जामा पहनाया जायेगा. इधर, राज्य के नियोजित शिक्षकों के लिए सरकार की ओर से राशि जारी होने के सात दिन के अंदर अगर जिलों से शिक्षकों के खाते में राशि नहीं जाती है तो संबंधित जिला कार्यक्रम पदाधिकारी पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जायेगी. वेतन रोकने से लेकर उन्हें निलंबित तक किया जायेगा. यह निर्देश बुधवार को शिक्षा मंत्री डॉ. अशोक चौधरी ने दे दिये हैं. उन्होंने बताया कि शिक्षा विभाग की ओर से राशि जारी होने के बाद भी जिलों में पड़ी रहती है।
                 जिला कार्यक्रम पदाधिकारी उसे शिक्षकों के खाते में ट्रांसफर नहीं करते हैं. इसलिए माध्यमिक शिक्षा निदेशालय को निर्देश दिया गया है कि डीपीओ के खाते में राशि जाने के सात दिन के अंदर वे शिक्षकों के खाते में अगर राशि ट्रांसफर नहीं करते हैं तो उन्हें निलंबित तक कर दिया जाये. उन्होंने कहा कि अगले तीन दिनों के अंदर माध्यमिक शिक्षकों के वेतन को लेकर डीपीओ का जो बैंक एकाउंट लॉक हैं उसे खोल दिया जायेगा. इसके लिए वित्त मंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी से सात दिनों के अंदर राज्य के हाइ व प्लस टू स्कूलों के करीब 35 हजार नियोजित शिक्षक और 15 हजार मदरसा शिक्षकों को बकाया वेतन मिल सकेगा।
          नियोजित शिक्षकों के ससमय वेतन मामले के स्थायी समाधान के लिए भी तैयारी की जा रही है।शिक्षा मंत्री ने कहा कि कई जिलों के डीपीओ के खिलाफ शिकायत मिली है कि वे नियोजित शिक्षकों के वेतन वृद्धि का लाभ नहीं दे रहे हैं. खगड़िया, औरंगाबाद, छपरा, नवादा, बेगूसराय, भागलपुर डीपीओ के खिलाफ ऐसी ही शिकायत मिली है. माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने इन्हें कई बार रिमाइंडर भी दिया, लेकिन कुछ नहीं हुआ. इस पर मंत्री ने संबंधित अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने को कहा।
राज्य के हाइ स्कूलों में 2006-10 के बीच बहाल वैसे अप्रशिक्षित शिक्षक जिन्होंने अब तक ट्रेनिंग नहीं की है, उन्हें प्रशिक्षित किया जायेगाअभी भी करीब 10 हजार शिक्षकअप्रशिक्षित हैं।
                राज्य में छह बीएड कॉलेज हैं, जिसमें बहुत कम ही शिक्षकों को नामांकन हो सका है. इसलिए विभाग ने माध्यमिक शिक्षा निदेशालय को प्र्सताव बनाने का निर्देश दिया है ताकि सभी शिक्षकों की एक साथ  ट्रेनिंग हो जाये. बीएड कॉलेजों में एसटीइटी पास अप्रशिक्षित शिक्षक भी एडमिशन ले रहे थे, लेकिन विभाग ने वरीयता के आधार पर एडमिशन लेने का निर्देश भी दिया है।
          ट्रेनिंग के लिए सवैतनिक अवकाश की सुविधा अप्रैल 2016 से शुरू हुई और जिन शिक्षकों को 2015-17 के लिए एडमिशन लिया है उन्हें लाभ दिया जायेगा या नहीं. इस पर मंत्री अप्रैल 2016 से इसका लाभ देने का निर्देश दिया है।
राज्य के नियोजित शिक्षकों की सेवा शर्त के लिए राज्य सरकार शिक्षक संघों से भी सुझाव लेगी और इसके बाद इसे लागू करने की दिशा में सरकार आगे बढेगी।
       शिक्षा मंत्री डॉ. अशोक चौधरी ने एक सितंबर को हाइ व प्लस टू स्कूलों के नियोजित शिक्षकों की सेवा शर्त के लिए वैसे शिक्षक संघ जो पूर्व में मुख्य सचिव के साथ वार्ता में शामिल थे उनसे सुझाव लेने को कहा है।
इसके लिए माध्यमिक शिक्षा निदेशक को नोडल पदाधिकारी  बनाया गया है। प्रारंभिक स्कूलों के नियोजित शिक्षकों की सेवा शर्त में सुझाव देने के लिए तारीख का निर्धारण किया जायेगा।

परिहार उत्तरी के शिक्षकों को सिर्फ एक माह का वेतन भुगतान

परिहार  (सीतामढ़ी ):परिहार उत्तरी पंचायत के शिक्षक जहाँ छ:महीनों से वेतन भुगतान का दंश झेल रहे थे वही शिक्षा विभाग ने छ:महीने के बकाया वेतन के विरुद्ध सिर्फ एक महीने का वेतन भुगतान 16 मार्च को किया है।शिक्षा विभाग ने वेतन भुगतान मद में दो महीने की राशि विमुक्त की थी फिर भी एक महीने का वेतन भुगतान किया जाना भ्रष्टाचार की आशंका को दर्शाता है कहीं जिला सीतामढ़ी के शिक्षा विभाग में शिक्षक इकाई से अधिक नियुक्ति तो नही कर दी गई है ? कारण वास्तविक रूप से बहाल शिक्षकों को वेतन भुगतान नही हो पा रहा है ?

सीतामढ़ी रेड क्रोस सोसायटी के इतिहास में पहली बार गुप्त मतदान

Administrator
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सीतामढ़ी ।रेडक्रॉस सोसायटी के इतिहास में पहली बार सोसायटी के अध्यक्ष सह जिला पदाधिकारी सीतामढ़ी राजीव कुमार रौशन की निगरानी में 19 मार्च 16 को सोसायटी के सदस्यों का चुनाव गुप्त मतदान से सम्पन्न हो गया पहली बार सोसायटी के सदस्यों को लगा कि हम भी सोसायटी के सदस्य हैं ।चुनाव के माध्यम से सदस्यों का चुनाव भारतीय रेडक्रॉस सोसायटी सीतामढ़ी के सर्वांगीण विकास में मिल का पत्थर साबित होगा और रेडक्रॉस जन-जन तक पहुँच बनाने में कामयाब होगा ।

महिला क्रिकेट टीम को बराबरी का दर्जा क्यों नही  ?

महजबी
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महिला क्रिकेट टीम को! पुरुषों की क्रिकेट टीम के बराबर दर्ज़ा क्यों नहीं मिलता? मिडिया वाले अखबार वाले उन्हें क्यों उपेक्षित रखते हैं? क्या इसीलिये की मिडिया अब कॉर्पोरेट पूंजीवादी व्यवस्था का गुलाम है.. अस्ल में महिलाएं ही खेल रही हैं.. पुरुषों वाला क्रिकेट तो व्यापार बन गया है.. कॉर्पोरेट, पूंजीवाद का हिस्सा.. और उन मैचों में औरतों को लाकर नंगा नचाया जा रहा है ..वो नाचती हैं तभी तो पुरुष खिलाड़ी चौके छकै लगाते हैं।
       यानी ये पूंजीवादी व्यवस्था एक नए शिरे से सामंती व्यवस्था को वापस बुला रही है।पहले औरतें दरबारों और कोठो पर नाचती थी.. अब फिल्मों के आइटम सॉंग, विज्ञापन, और पुरुषों के क्रिकेट में नाचती हैं, यही है औरतों की आधुनिकता, इकनॉमिक्ल पावर, आजादी, कुछ नहीं बदला औरतों के संदर्भ में अभी भी औरत मध्यकालीन विचारों को ढो रही है.. सामंती व्यवस्था का शिकार है.. शिकार और शौषण की शक्लें बदल गई हैं.. वो अब स्टाइलिश लुक में औरतों को सता रहे हैं.. और कुछ औरतें अपने आप को उन भूमंडलीकरण, सामंती सोच, पूंजीवादी व्यवस्था, का हिस्सा समझ रही हैं.. बना रही हैं.. और शालीनता के दायरे में रहने वाली औरत को बेवकूफ समझती हैं.. आज की डेट में सिंपल और सादगी में औरत को सब, अनपढ़ समझते हैं, इग्नोर करते हैं, स्टाइल में रहने वाली औरत चाहे कितनी भी जाहिल और बेवकूफ क्यों न हो.. उसकी सब इज्जत करते हैं। सानिया मिर्जा और सानिया नेहवाल ने भारत देश का नाम कितना ऊंचा किया है.. लेकिन कौन तारीफ करता है उनकी.. कौन उनके आगे पिछे घूमता है.. अभी बिपाशा बसु और मल्लिका शेरावत आ जाए तो बुड्ढे भी दिल थाम लेते हैं.. औरतें क्रिकेट में ही नहीं बहुत सारे खेलों में भारत का नाम रौशन कर रही हैं.. पी. टी ऊषा, और मेरी कॉम.. भी उधारण हैं.. और पुरुषों वाले क्रिकेट के निचे तो पुरुषों के ही दूसरे खेल.. फुटबॉल, हॉकी, बिस्किट बॉल, टैबल टेनिस, चैस, दौड़, तैराकी, कुश्ती, उपेक्षित हैं.. फिर महिला क्रिकेट की कद्र कौन करे.. इस पूंजीवादी, कॉर्पोरेट पुरुष क्रिकेट के चलते तो सभी खेल और खिलाडी़ उपेक्षित हैं ।पुरुष क्रिकेट में महिलाओं और पुरुषों को अलग अलग दर्जा दिया है.. पुरुष सेलिब्रिटीज हैं.. और औरतें सिर्फ नचनियां।

1 लाख 75 हजार शिक्षामित्रों की नियुक्ति रद्द

परिहार (सीतामढी)।  उत्तर प्रदेश के प्राइमरी स्कूलों में तैनात एक लाख 75 हजार शिक्षामित्र शिक्षकों की भती इलाहाबाद हाईकोर्ट ने रद्द कर दी है. हाईकोर्ट ने इसे असंवैधानिक करार दिया है और कहा है कि नियमों में ढील देने का राज्य सरकार को अधिकार नहीं. इसके साथ ही शिक्षा मित्रों को दूरस्थ शिक्षा प्रणाली के जरिए दिया गया प्रशिक्षण भी रद्द कर दिया गया है।

          इलाहाबाद हाईकोर्ट में शनिवार को चीफ जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ की डिविजन बेंच ने यह ऑर्डर दिया. चीफ जस्टिस के अलावा जस्टिस दिलीप गुप्ता और जस्टिस यशवंत वर्मा बेंच के जज थे. इन शिक्षकों के अप्वाइंटमेंट का आदेश बीएसए ने साल 2014 में जारी किया था, जिसे कोर्ट ने रद्द कर दिया है. प्रदेश में 1.71 लाख शिक्षामित्र हैं, इनकी नियुक्ति बिना टीईटी परीक्षा के ग्राम पंचायत स्तर पर मेरिट के आधार पर की गई थी. 2009 में तत्कालीन बसपा सरकार ने इनके दो वर्षीय प्रशिक्षण की अनुमति नेशनल काउंसिल फार टीचर्स एजुकेशन (एनसीटीई) से ली. इसी अनुमति के आधार पर इन्हें दूरस्थ शिक्षा के अंतर्गत दो वर्ष का बीटीसी प्रशिक्षण दिया गया।

                 2012 में सत्ता में आई सपा सरकार ने इन्हें सहायक अध्यापक पद पर समायोजित करने का निर्णय लिया. पहले चरण में जून 2014 में 58,800 शिक्षामित्रों का सहायक अध्यापक के पद पर समायोजन हो गया. दूसरे चरण में जून में 2015 में 73,000 शिक्षामित्र सहायक अध्यापक बना दिए गए. तीसरे चरण का समायोजन होने से पहले ही मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया. बीटीसी प्रशिक्षु शिवम राजन सहित कई युवाओं ने समायोजन के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर दी. सुप्रीम कोर्ट ने शिक्षामित्रों के समायोजन पर रोक लगाते हुए हाईकोर्ट से विचाराधीन याचिकाओं पर अन्तिम निर्णय लेने को कहा जिसके बाद इस खंडपीठ ने यह ऐतिहासिक फैसला सुनाया है।

हालात ब्यां करती हैं तस्वीर

शहाबुद्दीन की जमानत पर रिहाई तस्वीर के आईने में

त्याग बलिदान का त्योहार मुबारक

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